Getting My bhairav kavach To Work
Wiki Article
वायव्यां मां कपाली च नित्यं पायात् सुरेश्वरः ॥
ॐ ह्रीं पादौ महाकालः पातु वीरासनो हृदि ॥ १३॥
वामपार्श्वे समानीय शोभितां वरकामिनीम् ॥ ६॥
ವಿಚರನ್ ಯತ್ರ ಕುತ್ರಾಪಿ ವಿಘ್ನೌಘೈಃ ಪ್ರಾಪ್ಯತೇ ನ ಸಃ
यस्य विज्ञानमात्रेण मन्त्रसिद्धिर्न संशयः ॥ २७॥
यः इदं कवचं देवि चिन्तयेन्मन्मुखोदितम् ॥ २३॥
जानू च घुर्घुरारावो जङ्घे रक्षतु रक्तपः
karmkandbyanandpathak नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक click here है ।
೨೦
ह्रींकारपूर्वमुद्धृत्य वेदादिस्तदनन्तरम् ॥ १८॥
ಜಲೇ ತತ್ಪುರುಷಃ ಪಾತು ಸ್ಥಲೇ ಪಾತು ಗುರುಃ ಸದಾ
महाकालोऽवतु क्षेत्रं श्रियं मे सर्वतो गिरा ।
सम्प्राप्नोति फलं सर्वं नात्र कार्या विचारणा।
आप नोकरी करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके जाना चाहियें, इसके पाठ से समस्त भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।